दर्द कागज़ पर मेरा बिकता रहा मैं बैचैन था रातभर लिखता रहा !! छू रहे थे सब बुलंदियाँ आसमान की मैं सितारों के बीच, BEAUTIFUL LINE
दर्द कागज़ पर मेरा बिकता रहा मैं बैचैन था रातभर लिखता रहा !! छू रहे थे सब बुलंदियाँ आसमान की मैं सितारों के बीच, BEAUTIFUL LINE