समजने समजाने मे ही गुजर गई तू (shayri)

1. समजने समजाने मे ही गुजर गई तू
,
    ए जिन्दगी तूजे एकबार भी जी न पाए हम

2. उसे लगता था कि उसकी चालाकियां हमें समझ नहीं आतीं
     हम बड़ी खामोशी से देखते थे उसे अपनी नजरों से गिरते          हुए

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